दो गोलियों से मारा गया असद, एक से ही गुलाम का काम तमाम, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
Asad Encounter
झांसी। Asad Encounter: बड़ागाँव थाना क्षेत्र स्थित पारीछा डैम के पास एनकाउण्टर में मारे गए अतीक अहमद(ateek Ahmed) के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार-शुक्रवार की रात पोस्टमॉर्टम(Postmortem) कराया गया। इसमें दो गोलियाँ असद को तो एक गोली गुलाम मोहम्मद को लगने की बात सामने आई। पोस्टमॉर्टम करने वालों में 3 चिकित्सकों का पैनल शामिल रहा। रात लगभग ढाई बजे तक यह पोस्टमॉर्टम चला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को दो गोलियां लगी थीं। एक गोली पीछे पीठ की ओर से लगकर दिल और सीने को चीरती हुई बाहर निकल गई। वहीं दूसरी गोली सीने में सामने से लगी जो गर्दन की ओर जाकर धँस गई। पोस्टमॉर्टम के दौरान चिकित्सकों ने शरीर से यह दूसरी गोली बरामद की है। उधर, असद के साथ शूटर गुलाम को एक गोली लगी और वह ढेर हो गया। गुलाम को यह गोली पीछे पीठ की ओर से लगी। जो दिल में छेद कर सीने को चीरती हुई बाहर निकल गई।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि असद व गुलाम की मौत गोली लगने से ही हुई है। पोस्टमॉर्टम की पूरी प्रक्रिया के दौरान वीडियोग्राफी कराई गई। चिकित्सकों के पैनल में डॉ. शैलेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह व डॉ. राहुल पाराशर शामिल रहे। इस पैनल ने गुरुवार की रात 9 बजे के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की। शवों का पोस्टमॉर्टम करने में लगभग 5 घण्टे से अधिक का समय लगा।
पूरे दिन किया इन्तजार, नहीं आए परिजन (Waited whole day, relatives did not come)
गुरुवार को दिन में 12.30 बजे से 1.00 बजे के मध्य हुए एनकाउण्टर के दौरान असद व गुलाम की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी मीडिया व अन्य माध्यमों से लगभग दोनों के परिजनों व रिश्तेदारों को हो गई थी। उधर पुलिस दोनों शवों की कागजी कार्यवाही में जुटी रही। गुरुवार-शुक्रवार की रात उनका पोस्टमॉर्टम भी हो गया। इसके बाजवूद शुक्रवार की देर शाम तक उनके परिजन अथवा रिश्तेदार दोनों की बॉडी क्लेम करने नहीं आए।
दोनों शवों को मेडिकल कॉलेज झाँसी परिसर में स्थित पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है। वहाँ सुरक्षा के भारी इन्तजाम किए गए हैं। चीरघर के बाहर मीडिया कर्मियों व अन्य लोगों का जमावड़ा दिन भर लगा रहा। पुलिस के स्थानीय अधिकारी भी पल-पल हालात की जानकारी लेते रहे।
झाँसी में भी खोदी गई दो कब्र (Two graves were also dug in Jhansi)
एसटीएफ द्वारा किए गए एनकाउण्टर में मारे गए प्रयागराज के उमेशपाल हत्याकाण्ड में फरार चल रहे 5-5 लाख रुपए के इनामी असद और गुलाम के शव पोस्टमॉर्टम के बाद भी घण्टों मोर्चरी में रखे रहे। कारण, परिजन अथवा रिश्तेदार कोई भी उनके शवों को क्लेम करने नहीं आया। यहाँ पुलिस ने दिन भर परिजनों का इन्तजार किया, मगर जब वह आते नहीं दिखे और न ही किसी ने सम्पर्क किया तो इन शवों को ठिकाने लगाने की तैयारियाँ अधिकारियों के आदेश पर झाँसी में भी शुरू कर दी गई।
हालाँकि एसपी सिटि ज्ञानेन्द्र कुमार का कहना था कि असद के नाना सहित अन्य लोग बॉडी लेने के लिए झाँसी आ रहे हैं, मगर यहाँ शवों को दफनाए जाने की तैयारियां होने से सुगबुगाहट शुरू हो गई। नवाबाद थाना क्षेत्र स्थित जीवनशाह कब्रिस्तान में दो कब्र खोदकर तैयार करने का आदेश स्थानीय पुलिस ने वहाँ के कर्मचारियों को दिया।
कब्रिस्तान में कब्र खोदने का काम करने वाले अलाउद्दीन कुरैशी ने बताया कि एक दरोगा व दो सिपाही उनके पास दिन में आए और दो कब्र तैयार करने को कहा। बस, वह लोग काम पर लग गए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कहा था कि 10 प्रतिशत सम्भावना है कि असद व गुलाम के शवों को झाँसी में ही सुपुर्द-ऐ-खाक किया जा सकता है। देर शाम तक दोनों कब्र को तैयार कर दिया गया था।
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